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Wednesday, September 26, 2018

Random musings - 2

सुनो . कुछ कहना था..सुना दिल्ली जा रहे हो. . सुना है वो दिलवालों की नगरी है.. एक दिल ले के आना वहां से मेरे लिए .. छोटा सा प्यारा सा. . सुन्दर ना हो तो भी चलेगा.. जो मेरे हंसने पे हँसे.. मेरे रोने पे रोए.. और कभी कभी आंसू भी पोंछे और हाँ जब कहू के बात सुन लो.. तो पूरी बात और फ़िर कह दे.. छड ना यार मिट्टी पा.. मैं हूँ ना..और देख ये जीवन है बच्चे.. जो कम ज़्यादा ना हुआ.. तो पता है ना सीधी लकीर को ECG की भाषा में क्या कहते हैं ? कहते हैं जीवन समाप्त.. और बस मैं चहक जाऊं !


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